पिछले रविवार को 292 इसराइली चरमपंथी निवासी इसराइली पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच क़ब्ज़े वाले शहर यरूशलम में मस्जिद अल-अक़्सा परिसर में दाख़िल हुए.
मस्जिद की रख-रखाव कर रहे इस्लामिक वक़्फ़ डिपार्टमेंट के अनुसार, यहूदी छात्रों सहित यहां बसने वाले चरमपंथी निवासी बाब-ए- अल-मग़रिबा के रास्ते पवित्र इस्लामिक स्थल पर आकर इसके परिसर में अपनी तलमुदिक रस्म अदा की.
इस्लामिक वक़्फ़ डिपार्टमेंट ने बार-बार मस्जिद अल-अक़्सा में इसराइली निवासियों की मौजूदगी को उत्तेजक क़रार देते हुए कहा है कि मस्जिद अल-अक़्सा में फ़िलिस्तीनी नमाज़ी और गार्ड इसराइली पुलिस और इस्लामिक पवित्र स्थल की सैर करने वाले इसराइली निवासियों की उपस्थिति से बेचैनी महसूस करते हैं.
ग़ौरतलब रहे कि साल 2003 से इसराइली अधिकारी शुक्रवार को छोड़कर लगभग हर दिन इसराइली निवासियों को परिसर में जाने की अनुमति दे रहे हैं.
इसराइल ने 1967 में छह-दिवसीय युद्ध के दौरान पूर्वी यरुशलम पर क़ब्ज़ा कर लिया, जहां मस्जिद अल-अक़्सा स्थित है. इस क़दम को अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने कभी स्वीकार नहीं किया.
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