hindi

ग़ज़ा के बारे में सुरक्षा परिषद के हालिया फ़ैसले पर लीग का बयान

ग़ज़ा के बारे में सुरक्षा परिषद के हालिया फ़ैसले पर लीग का बयान

प्रेस रिलीज़

ग़ज़ा के बारे में सुरक्षा परिषद के हालिया फ़ैसले पर लीग का बयान

लीग ऑफ़ पार्लियामेंटेरियन्स फ़ॉर अल-क़ुद्स एंड फ़िलिस्तीन यह दोहराती है कि अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों और नियमों को चुन- चुनकर या राजनीतिक फ़ायदे के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. फ़िलिस्तीनी लोगों के अधिकार, संयुक्त राष्ट्र के चार्टर और अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों के अनुसार, पक्के और सुनिश्चित हैं, और उन्हें किसी भी तरह नज़रअंदाज़ या कमज़ोर नहीं किया जा सकता.

लीग ने ग़ज़ा पर सुरक्षा परिषद के ताज़ा फ़ैसले पर नज़र रखते हुए कहा है कि कोई भी फ़ैसला जो यूएन चार्टर के ख़िलाफ़ हो, या फ़िलिस्तीनी लोगों के अपने ऊपर थोपे गए क़ब्ज़े के ख़िलाफ़ बचाव के हक़ को कम करे, या उनकी आज़ादी, आत्मनिर्णय और अपनी पूरी ज़मीन पर स्वतंत्र राज्य बनाने के अधिकार को सीमित करे, वह फ़ैसला असली शांति या स्थिरता नहीं ला सकता.

लीग ने यह भी कहा है कि फ़िलिस्तीनी हालात को बदलने की कोई भी कोशिश (चाहे वह जबरन सुरक्षा या राजनीतिक इंतज़ाम थोपकर हो, या क़ब्ज़े और उसकी नीतियों को नज़रअंदाज़ करके) और ज़्यादा तनाव, बेचैनी और अन्याय को जन्म देगी.

शांति का रास्ता तभी शुरू होता है, जब कब्ज़ा ख़त्म हो, गज़ा की नाकाबंदी हटे, और फ़िलिस्तीनी लोगों को उनके सभी अधिकार पूरे और बिना किसी कटौती के दिए जाएं.

लीग ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह अंतरराष्ट्रीय न्याय के सिद्धांतों का सम्मान करे, दोहरे मापदंड न अपनाए, और उन फ़ैसलों को लागू करे जो आम नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी देते हैं और क़ब्ज़ा करने वाली शक्ति को उसके अपराधों के लिए ज़िम्मेदार ठहराते हैं. साथ ही वह फ़िलिस्तीनी लोगों के आज़ादी और स्वतंत्रता के अधिकार का समर्थन करे, क्योंकि यही अधिकार ग़ज़ा की नाकाबंदी ख़त्म करने, उसके पुनर्निर्माण और पूरे क्षेत्र में शांति व स्थिरता लाने की बुनियाद है.

लीग ऑफ़ पार्लियामेंटेरियन्स फ़ॉर अल-क़ुद्स एंड फ़िलिस्तीन
बुधवार, 19 नवम्बर 2025

undefined-new

फ़िलिस्तीनी क़ैदियों के लिए मौत की सज़ा के क़ानून पर इसराइली संसद (कने...

लीग ऑफ़ पार्लियामेंटेरियन्स फ़ॉर अल-क़ुद्स एंड फ़िलिस्तीन ने इसराइली संसद (कनेसट) द्वारा फ़िलिस्तीनी क़ैदियों के लिए मौत की सज़ा के क़ानून को पहली मंज़ूरी देने की कड़ी निंदा की है....

और पढ़ें

undefined-new

लीग ने ग़ज़ा में युद्ध-विराम का स्वागत किया, घेराबंदी हटाने, पुनर्निर्...

लीग के अनुसार, यह समझौता एक महत्वपूर्ण पहला क़दम है, लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय नीतियों में वास्तविक बदलाव आना चाहिए, ताकि ग़ज़ा युद्ध का मैदान या सौदेबाजी का साधन न बने, बल्कि न्याय और मानवता का प्रतीक ब...

और पढ़ें

undefined-new

लीग ने पुष्टि की है कि ग़ज़ा में नरसंहार युद्ध का तीसरा वर्ष अंतर्राष्...

अंतरराष्ट्रीय समुदाय समझे कि अगर इसी तरह हालात चलते रहे, तो पिछले साल जो हुआ वह आने वाले समय का केवल छोटा नमूना होगा. फ़िलिस्तीनियों को न्याय दिलाने के लिए तुरंत कार्रवाई ही पूरे अंतरराष्ट्रीय सिस्टम ...

और पढ़ें