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यूरोपीय सांसदों का यूरोपीय संसद के बाहर ग़ज़ा में नरसंहार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन

यूरोपीय सांसदों का यूरोपीय संसद के बाहर ग़ज़ा में नरसंहार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन

यूरोपीय संसद के कई सदस्यों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बुधवार को बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में स्थित यूरोपीय संसद के मुख्यालय के बाहर एक विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें इसराइली क़ब्ज़ाधारी सेनाओं द्वारा ग़ज़ा पट्टी में फ़िलिस्तीनी लोगों के ख़िलाफ़ जारी नरसंहार की निंदा की गई.

प्रदर्शनकारियों ने एक प्रतीकात्मक दृश्य प्रस्तुत करते हुए ज़मीन पर निष्क्रिय और निर्जीव होकर लेटकर इसराइली हमलों के पीड़ितों के दर्द और तकलीफ़ को दर्शाया. उन्होंने "नरसंहार बंद करो" जैसे नारों वाले पोस्टर उठा रखे थे, लाल रंग के कैफ़िया (अरबी स्कार्फ़) पहने थे जो ख़ून का प्रतीक थे, और ऐसे नारे लगाए जिनमें यूरोप से मांग की गई कि वह इस आक्रामकता को रोकने के लिए प्रभावी क़दम उठाए.

फ़्रांसीसी यूरोपीय सांसद मैनॉन ओब्री ने कहा कि इस प्रदर्शन का संदेश यह है कि "बातों का समय अब समाप्त हो चुका है; अब त्वरित और ठोस कार्रवाई की ज़रूरत है.”

उन्होंने आगे कहा, "हम यूरोपीय संघ की इस चुप्पी को अब और सहन नहीं कर सकते, जो केवल बयानों तक सीमित है और ग़ज़ा में नरसंहार को रोकने के लिए कोई ठोस क़दम नहीं उठा रही है,” उन्होंने इस ओर इशारा किया कि यूरोपीय संघ ने यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में दर्जनों प्रस्ताव और प्रतिबंध लगाए हैं, लेकिन ग़ज़ा में जारी इसराइली अपराधों के सामने वह मौन है.

7 अक्टूबर 2023 से, इसराइल — अमेरिका और पश्चिमी देशों के समर्थन के साथ — ग़ज़ा पट्टी में लगातार नरसंहार कर रहा है.

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