प्रेस विज्ञप्ति
लीग ने पैराग्वे गणराज्य के अपने दूतावास को क़ब्ज़े वाले यरूशलेम में स्थानांतरित करने के फ़ैसले की निंदा की
लीग ऑफ़ पार्लियामेंटेरियन्स फ़ॉर अल-क़ुद्स एंड फ़िलिस्तीन पैराग्वे गणराज्य के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना के अपने देश के दूतावास को क़ब्ज़े वाले यरूशलेम में स्थानांतरित करने के फ़ैसले की निंदा करती है.
लीग इस बात पर ज़ोर देती है कि यह ख़तरनाक निर्णय फ़िलिस्तीनी लोगों के वैध अधिकारों पर सीधा हमला है और उस अंतर्राष्ट्रीय सहमति की अनदेखी करता है जो अंतर्राष्ट्रीय वैधता के आधार पर फ़िलिस्तीनी समस्या के उचित और व्यापक समाधान की मांग करती है. यह अंतरराष्ट्रीय क़ानून का भी उल्लंघन है, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 1980 के संकल्प 476 और 478 और 2016 के संकल्प 2334 का, जो देशों से यरूशलेम शहर में राजनयिक मिशन स्थापित नहीं करने का आग्रह करता है.
लीग पैराग्वे के सांसदों से आह्वान करती है कि वे अपनी सरकार पर इस निर्णय को वापस लेने के लिए दबाव डालें, जो अंतरराष्ट्रीय क़ानून और प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय वैधता के विपरीत है, और न्याय एवं शांति के मूल्यों को बनाए रखते हुए अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और क़ानूनों का सम्मान करने के लिए काम करें.
लीग अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस अन्यायपूर्ण निर्णय को संबोधित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने और इसराइल के क़ब्ज़े को समाप्त करने और क़ब्ज़े वाले यरूशलेम की वर्तमान क़ानूनी स्थिति को बनाए रखने के लिए काम करने का भी आग्रह करती है.
लीग का मानना है कि ग़ज़ा में चल रहे नरसंहार के बीच लिया गया यह निर्णय क़ब्ज़ाधारी को जवाबदेह ठहराने और प्रतिबंध लगाने के बजाए उसके अपराधों के लिए पुरस्कृत करता है. यह इसराइल द्वारा शहर पर अवैध क़ब्ज़े की स्पष्ट स्वीकृति है.
लीग ऑफ़ पार्लियामेंटेरियन्स फ़ॉर अल-क़ुद्स एंड फ़िलिस्तीन
शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024
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