लीग ऑफ़ पार्लियामेंटेरियन्स फ़ॉर अल-क़ुद्स एंड फ़िलिस्तीन के महासचिव डॉ. मुहम्मद मकरम बलावी ने मानवता, अंतरराष्ट्रीय क़ानून और संयुक्त राष्ट्र संस्थानों के ख़िलाफ़ अपराधों के लिए इसराइली क़ब्ज़े को दंडित करने के लिए व्यावहारिक क़दम उठाने का आह्वान किया.
वेनेजुएला में "ग्लोबल पार्लियामेंट्री एंटी-फ़ासिज़्म फ़ोरम" में बोलते हुए, बलावी ने महासभा और सुरक्षा परिषद के सैकड़ों प्रस्तावों के उल्लंघन और फ़िलिस्तीनी लोगों के ख़िलाफ़ नरसंहार के जवाब में संयुक्त राष्ट्र से ‘इसराइल’ को हटाने का आह्वान किया. उन्होंने आगे कहा कि उनका बहिष्कार कर उन्हें अलग-थलग कर देना चाहिए और उस पर वास्तविक दबाव बनाना चाहिए.
उन्होंने स्पष्ट किया कि भावनात्मक निंदा और एकजुटता से मदद नहीं मिलेगी, बल्कि इसराइल के साथ सभी स्तरों पर राजनयिक, आर्थिक और सैन्य संबंधों को ख़त्म करने और उस पर अधिकतम दबाव डालने से ही मदद मिलेगी.
महासचिव ने कहा कि इसराइल ने हाल ही में दक्षिण में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों पर हमला किया था, ग़ज़ा पट्टी और वेस्ट बैंक में UNRWA सुविधाओं को निशाना बनाया था और ग़ज़ा में संयुक्त राष्ट्र के सैकड़ों कर्मचारियों की हत्या के अलावा क़ब्ज़े वाले क्षेत्रों में इसके संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया था.
उन्होंने आगे कहा, "हमें एकजुट होने की ज़रूरत है, और यह सम्मेलन इस बात का एक बड़ा उदाहरण है कि हम किस मक़सद के लिए हैं. जिस तरह वेनेजुएला पूरे दक्षिण अमेरिका की स्वतंत्रता के लिए शुरुआती बिंदु था, मुझे उम्मीद है कि यह सम्मेलन फ़िलिस्तीन की आज़ादी के लिए शुरुआती बिंदु होगा.”
उन्होंने सम्मेलन के आयोजन और प्रायोजन के लिए वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और वेनेजुएला संसद के अध्यक्ष जॉर्ज रोड्रिग्ज को धन्यवाद दिया और लीग और वेनेजुएला संसद के बीच सहयोग बढ़ाने की उम्मीद जताई.
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