लीग ऑफ़ पार्लियामेंटेरियन्स फ़ॉर अल-क़ुद्स (LP4Q) के अध्यक्ष शेख़ हमीद बिन अब्दुल्लाह अल-अहमर ने फ़िलिस्तीन मुद्दे पर अरब संसदीय सम्मेलन आयोजित करने पर ज़ोर दिया ताकि पूरे अरब जगत में फ़िलिस्तीन मुद्दे की वास्तविकता की समीक्षा की जा सके और उसका समाधान तलाश किया जा सके.
"इराक की स्थिरता और संप्रभुता को बढ़ाने के लिए अरब समर्थन" शीर्षक के तहत आयोजित अरब संसदीय संघ के 34वें सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान, अल-अहमर ने यहूदी युद्ध अपराधियों का पीछा करने और उन्हें अंतरराष्ट्रीय न्याय के कठघरे में लाने के लिए एक संसदीय क़ानूनी कमिटी की स्थापना के लिए काम करने की मांग की. साथ ही उन्होंने फ़िलिस्तीन से संबंधित अरब और इस्लामिक समूहों के प्रयासों के समन्वय के लिए एक तंत्र की स्थापना पर भी ज़ोर दिया.
उन्होंने इसराइली कनेसेट को अंतर्राष्ट्रीय संसदीय संघ में शामिल होने से रोकने के लिए काम करने के अलावा, ‘फ्रेंडशिप कमिटियों' के बजाए अरब संसदों में फ़िलिस्तीन के लिए स्थायी कमिटियों के निर्माण के महत्व पर ज़ोर दिया. साथ ही अफ़्रीकी देशों, विशेष रूप से अल्जीरिया गणराज्य की प्रशंसा की कि उन्होंने अफ़्रीक़ी यूनियन में इसराइल से बतौर पर्यवेक्षक अपनी सदस्यता वापस लेने का गरिमामय रुख अपनाया है.
अल-अहमर के अनुसार, ‘लीग ऑफ़ पार्लियामेंटेरियन्स फ़ॉर अल-क़ुद्स’ राजनीतिक और संसदीय हलक़ों में एक अहम नाम है, विशेष रूप से यूरोपीय और लैटिन अमेरिकी देशों में, और फ़िलिस्तीन के बारे में जानकारी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है. लीग अरब, इस्लामी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संसदीय प्रयासों को समन्वयित करने और राष्ट्रीय परिषद और अरब एवं इस्लामी संसदों के साथ मिलकर फ़िलिस्तीनी कॉज के लिए समर्थन जुटाने के लिए एक तंत्र बनाना चाहती है.
पार्लियामेन्ट्री यूनियन ऑफ़ द ओआईसी मेम्बर स्टेट्स (PUIC), अफ़्रीकन पार्लियामेन्ट्री यूनियन (APU), ग्लोबल ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ पार्लियामेन्ट्रियन्स अगेन्स्ट करप्शन (GOPAC) और एशियन पार्लियामेंट्री असेंबली (APA) के साथ-साथ अरब इंटर-पार्लियामेन्ट्री यूनियन में भी पर्यवेक्षक सदस्यता हासिल है.
ग़ौरतलब रहे कि लीग का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को अरब संसदीय संघ के 34वें सत्र की गतिविधियों में भाग लेने के लिए इराक़ पहुंचा है. इस प्रतिनिधिमंडल में लीग के अध्यक्ष हमीद बिन अब्दुल्लाह अल-अहमर, लीग के डायरेक्टर जनरल डॉ. मुहम्मद मकरम बालावी और लीग में जनसंपर्क प्रमुख इंजीनियर अब्दुल्लाह अल-बेल्ताजी शामिल हैं.
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